Volume 2
Āyurvijñāna śabdāvalī : Medical sciences glossary.
- India. Standing Commission for Scientific and Technical Terminology.
- Date:
- 1967-
Licence: Attribution 4.0 International (CC BY 4.0)
Credit: Āyurvijñāna śabdāvalī : Medical sciences glossary. Source: Wellcome Collection.
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![ea MGS आयुर्विज्ञान शब्दावली का यह द्वितीय खंड वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली के स्थायी आयोग के तत्वावधान में तेयार क्रिया गया है। इस शब्द संग्रह में विकलाँग विज्ञान, कर्ण नासा एवं गला शल्य विज्ञान, त्वचा विज्ञान, संवेदना- स्तर) तक के शब्दों के पर्याय दिये गए हैं ।देश में हिन्दी तथा ग्रन्य प्रादेशिक भाषाओं में पाठ्यपुस्तकों तथा वेज्ञानिक साहित्य के समुचित विकास और समुन्नति के लिए मानक दब्दावलों अत्यावश्यक है। यह शब्दावली इसी yeaa तेयार की गई है । : राष्ट्रपति के अप्रैल 960 fo के आदेश के अनुसार शिक्षा-मन्त्रालय द्वारा अक्तूबर 96] $0 में वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली के लिए स्थायी आयोग की स्थापना हुई और इसे निम्नलिखित कार्य aly गए :-- (क) राष्ट्रपति के आदेश में निहित सिद्धान्तों को ध्यान में रखते हुए वज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली के क्षेत्र में अब तक किए गए कार्य का पुनरीक्षण और समन्वय ; (ख) हिन्दी और अन्य भाषाओं में वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली के विकास और समन्वय से संबंधित सिद्धान्तों का निरूपण ; (ग) राज्यों में विभिन्न संस्थाओं द्वारा वज्ञानिक तथा तकनीकी छाब्दावली के क्षेत्र में किए गए Fra का संबंधित राज्य सरकारों की सहमति से या उनके अनुरोध पर समन्वय और संबंधित संस्थाओं द्वारा प्रस्तुत की गई (घ) आयोग द्वारा निर्मित या स्वीकृत नई शब्दावली का प्रयोग करते हुए विभिन्न विषयों में पाठ्यपुस्तकों भारतीय भाषाओं में अनुवाद । आयोग ने शिक्षा-मन्त्रालय, केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय और अन्य शैक्षिक संस्थाओं द्वारा तैयार किए गए शब्दों - के पुनरीक्षण के लिए विभिन्न विषयों की विशेषज्ञ-सलाहकार-समितियां नियुक्त कीं ; इन समितियों में विभिन्न विषयों और प्रादेशिक भाषाओं के प्रतिष्ठित विद्वानु और अध्यापक शामिल थे । आयोग ने विभिन्न विषयों की दब्दावलियों के पुनरीक्षण और समन्वय के लिए कतिपय संगोष्ठियों (सेमिनारों) का भी आयोजन किया। आयुवविज्ञान के संबंध में विचार-गोष्ठियाँ 967, 68 में क्रमश: HAT तथा दिल्ली में हुई थी । इन विचार गोष्ठियों में एम. बी. बी. एस. पाठ्य- क्रमानुसार आयुविज्ञान विषयों के लगभग 4500 शब्दों के पर्याय निश्चित किए गए। इस प्रकार शब्दों को अन्तिम रूप से स्वीकृत किया गया । आयोग ने पारिभाषिक शब्दावली के भाषाशास्त्रीय पहलू पर भो एक विचार-गोष्ठी का vil](https://iiif.wellcomecollection.org/image/b32179765_0002_0009.jp2/full/800%2C/0/default.jpg)